Myoelectric hand in India
7 साल पहले एक दुर्घटना में अपना हाथ खोने के बाद, दिनेश ने हार नहीं मानी। आज, हमारे सेंटर में फिट किए गए नए मायो इलेक्ट्रिक हाथ के साथ, दिनेश ने अपनी स्वतंत्रता वापस पा ली है! दिनेश अब अपने दैनिक कार्यों को स्वतंत्र रूप से कर सकते हैं और यहां तक कि जिम में फिटनेस गतिविधियों का भी आनंद लेते हैं। दिनेश की कहानी हमें यह याद दिलाती है कि हार नहीं माननी चाहिए और नई तकनीक और सही समर्थन के साथ, कुछ भी असंभव नहीं है। दिनेश को उनकी नई जिंदगी के लिए शुभकामनाएं! . Book Your Appointment…